जैसा कि हम सब के साथ होता है शादी की डेट फाइनल होते ही हमें वेन्यू की चिंता सताने लगती है और सिंपल सी बात होती है अगर टाइम पर वेन्यू बुक हो जाए तो हमें कम बजट में अपनी पसंद का वेन्यू भी मिल जाता है....
शादी का दिन हर इंसान की जिंदगी का सबसे बड़ा और खास दिन होता है। इस दिन को लोग हर हाल में शानदार बनाना चाहते हैं क्योंकि इतना स्पेशल दिन हर रोज नहीं आता। हर कोई अपने स्पेशल डे को और भी स्पेशल बनाने में कोई भी कसर नहीं छोड़ता है | पर कभी-कभी ऐसा होता है कि हमारी एक छोटी सी गलती/लापरवाही हमारे पूरे event पर बहुत बुरा असर डालती है | इसलिए हमें हर एक काम को बहुत ही सावधानी पूर्वक करना चाहिए |
आइए जानते हैं Venue बुक करते समय किन किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है ----
venue बुक करते समय वहां पर फॉर्म भरा जाता है उस टाइम पर हमेशा यह ध्यान रखें की डेट एकदम सही (accurate) लिखा जाए | अक्सर ऐसा होता है की लोग दो-तीन डेट दिमाग में रखकर venue बुक कराने जाते हैं.. उनके दिमाग में अक्सर यह बात होती है कि जो भी डेट पर Venue की बुकिंग मिल जाएगी उसी डेट को शादी के लिए फाइनल कर लेंगे | अभी हाल ही में मेरे एक करीब के दोस्त ने इस समस्या का सामना
किया है |उन्होंने भी फॉर्म भरते समय उसमें गलत डेट डाल दिया उस venue मैनेजर ने भी ध्यान नहीं दिया और उनकी उसी डेट की बुकिंग कंफर्म कर दी बाद में जब शादी का कार्ड छप गया सारे गेस्ट इनवाइट हो गए, फिर जब उन्हें 2nd एडवांस के लिए कॉल आया , तब उन्हें यह पता चला कि जिस डेट पर मेरा फंक्शन था उस डेट पर किसी और की बुकिंग है उस टाइम उन लोगों ने बहुत परेशानी का सामना किया मैं नहीं चाहता कि ऐसा आपके साथ या फिर कभी भी किसी के साथ हो |
हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि वहां का जो banquet है वह मैक्सिमम कितने लोगों के लिए फिट है और वह एक साथ कितने लोगों को serve कर सकता है |
single occupancy ( एक रूम में 1 लोग ) double occupancy (एक रूम में 2 लोग)
triple occupancy ( एक रूम में 3 लोग )
इस तरह की बुकिंग ज्यादातर वीआईपी या लग्जरियस वेडिंग में की जाती है normally रूम या रुकने के लिए हॉल की बुकिंग आप अपने बजट में करा सकते है |
हमेशा इस चीज का ध्यान रखें कि आपके आए हुए मेहमानों को किसी भी प्रकार से कोई भी तकलीफ ना हो उन्हें किसी भी तरीके का कोई भी सफोकेशन महसूस ना हो हॉल इतना बड़ा हो कि सारे मेहमान आसानी से बैठ सकें फंक्शंस को अच्छे से इंजॉय कर सके | प्रॉपर तरीके से बैठने की व्यवस्था हो तरफ सीटिंग चेयर टेबल लगी हो किसी को भी एक जगह से दूसरी जगह आने जाने में दिक्कतों का सामना ना करना पड़े |
पता करें आपको कौन-कौन सी common services दी जा रही है -
लगभग सारे venue/होटल/मैरिज हॉल में कुछ सुविधाएं सबके लिए कॉमन होती है | आपको एक बार चेक कर लेना है कि कौन-कौन सी सुविधाएं उनके द्वारा प्रदान की जा रही है | एक बार कंफर्म कर लेना हमारी जिम्मेदारी होती है , पहले से सारी बातें क्लियर कर लेने से बाद में किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होती है |
a- कितनी प्लास्टिक की कुर्सियां , कितनी स्टील चेयर , कितने सोफे , कितने मेज उनके द्वारा हॉल में बैठने के लिए दिए जा रहा है उतना मेहमानों के लिए पर्याप्त है या अलग से भी लेने की जरूरत है यह सब पूछ लेना चाहिए ताकि आपके मेहमानों को किसी भी प्रकार की कोई असुविधा ना हो |
b- हलवाई के लिए बारदाना
c- AC का अलग से चार्ज
d - जनरेटर / जनरेटर का डीजल
e - लाइट की सुविधा
f- केटरिंग की सुविधा
इसके अलावा उनकी कुछ अलग से शर्तें तो नहीं है जैसे फंक्शन की टाइमिंग, आतिशबाजी ,डीजे की टाइमिंग इत्यादि पर बात करना बहुत जरूरी है |
वेन्यू की लोकेशन को ऐसा रखें जहां से मेट्रो स्टेशन, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट तक के साधन आसानी से मिल जाते हो |
शादी पर केवल खास और जरूरी मेहमानों को बुलाएं -
मेहमानों की सूची छोटी रखें। केवल खास लोगों को बुलाने की कोशिश करें। ऐसा इसलिए करें क्योंकि मेहमानों से ही जगह का प्रबंध किया जाता है। ज्यादा लोग यानि कि ज्यादा जगह, ज्यादा केटरिंग आदि। अगर आप आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं तो ज्यादा मेहमानों को न बुलाएं।